Super Computer |
सुपर कम्प्यूटर किसे कहते हैं और इसके उपयोग क्या हैं ? (What is Super Computer and its Uses ?)
दोस्तों, इस पोस्ट में आज हम सुपर कम्प्यूटर के के बारे में जानने वाले हैं कि सुपर कम्प्यूटर क्या किसे कहते हैं, इसका यूज कहां होता है और इसका निर्माण कब किया गया था।
कम्प्यूटर की पीढ़ियां क्या हैं ? ( What is Generation of Computer)
कम्प्यूटर की पीढ़ियां क्या हैं ? ( What is Generation of Computer)
What Is Super Computer
काफी तेज प्रोसेसिंग स्पीड और हाई स्टोरेज कैपेसिटी वाले कम्प्यूटर्स सुपर कम्प्यूटर्स (Super Computers) कहलाते हैं। इसका निर्माण उच्च क्षमता वाले हजारों प्रोसेसर को एक साथ समानांतर क्रम में जोड़कर किया जाता है। इसमें मल्टी प्रोसेसिंग (Multi Processing) और समानांतर प्रोसेसिंग (Parallel Processing) का उपयोग किया जाता है।
Super Computer |
समानांतर प्रोसेसिंग (Multi Processing) में किसी काम को टुकड़ों-टुकड़ों में तोड़कर उसे अलग-अलग प्रोसेसर द्वारा संपन्न कराया जाता है। सुपर कम्प्यूटर पर अनेक यूजर एक साथ काम कर सकते हैं, इसलिए इसे मल्टीयूजर कम्प्यूटर भी कहा जाता है। सुपर कम्प्यूटर के प्रोसेसिंग स्पीड की गणना एफएलओपीएस यानी फ्लोटिंग प्वाइंट ऑपरेशन्स (FLOPS- Floating Point Operation Per Second) पर सेकेंड में की जाती है। यहां फ्लोटिंग प्वाइंट का अर्थ कम्प्यूटर द्वारा संपन्न किये गये किसी भी काम से है, जिसमें भिन्न संख्याएं भी शामिल हो। वर्तमान सुपर कम्प्यूटर की गति पेटा फ्लाप्स (Peta Flops) में मापी जा रही है।
कम्प्यूटर के लाभ क्या हैं ? (Benefits of Computer)
कम्प्यूटर के लाभ क्या हैं ? (Benefits of Computer)
विश्व में प्रथम सुपर कम्प्यूटर के निर्माण का श्रेय अमेरिका की क्रे रिसर्च कंपनी (Cray Research Company) को जाता है। जिसकी स्थापना सेमर क्रे (Seymour Cray) ने की थी। सुपर कम्प्यूटर के क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान के लिए सेमर क्रे को सुपर कम्प्यूटर का जन्मदाता यानी फादर ऑफ सुपर कम्प्यूटर (Father of Computer) भी कहा जाता है।
सुपर कम्प्यूटर का क्या उपयोग है ? (Uses of Super Computer)
सुपर कम्प्यूटर का उपयोग अनेक क्षेत्रों में किया जाता है। जैसे- वैज्ञानिक और तकनीकि क्षेत्र में अनुसंधान और डिजाइन के लिए, पेट्रोलियम उद्योग में तेल के भंडारों का पता लगाने के लिए, वायुयान और ऑटोमोबाइल उद्योग में डिजाइन तैयार करने में, अंतरिक्ष अनुसंधान में, मौसम विज्ञान में मौसम का पूर्वानुमान लगाने में, रक्षा क्षेत्र में, कम्प्यूटर पर परमाणु भट्ठियों के सबक्रिटिकल परीक्षण करने में आदि स्थानों पर सुपर कम्प्यूटर का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है।
भारत में सुपर कम्प्यूटर (Super Computer in India)
Param Super Computer |
भारत में ‘परम‘ सीरीज के सुपर कम्प्यूटर का निर्माण सी-डैक यानी सेंटर फार डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (C-DAC- Centre for Development of Advanced Computing) द्वारा किया गया है। परम-8,000 सी-डैक द्वारा विकसित पहला सुपर कम्प्यूटर था, जिसका निर्माण 1991 में किया गया था। इसके निर्माण का श्रेय सी-डैक के निदेशक डॉ. विजय भास्कर को जाता है। ‘परम पद्म‘ सुपर कम्प्यूटर का निर्माण 2003 में किया गया, जिसकी गणना क्षमता 1 टेरा फ्लाप्स यानी 1 खराब गणना प्रति सेकेंड थी। ‘परम युवा-।।‘ सुपर कम्प्यूटर का निर्माण 2013 में किया गया, जो सी-डैक द्वारा विकसित सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर है। इसकी गणना क्षमता 500 टेरा फ्लाप्स है। इस तरह के सुपर कम्प्यूटर विश्व कम्प्यूटर विश्व के कुल पांच देशों- अमेरिका, जापान, चीन, इजराइल और भारत के पास ही उपलब्ध हैं।
Super Computer |
‘अनुपम‘ सीरीज के कम्प्यूटर का विकास बार्क यानी भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर मुंबई द्वारा किया गया है। पेस यानी प्रोसेसर फार एयरोडायनॉमिक्स रिसर्च एंड एनालिसिस ग्रुप हैदराबाद द्वारा डीआरडीओ यानी डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंअ ऑर्गनाइजेशन के लिए किया गया।
भारत के प्रथम सुपर कप्यूटर ‘फ्लोसाल्वर‘ का विकास नाल यानी नेशनल एयरोनॉटिकल लैब, बेंगलुरू द्वारा 1980 में किया गया था।
महत्वपूर्ण तथ्य- आईबीएम के डीप ब्लू कम्प्यूटर ने शतरंज के विश्व चैंपियन गैरी कास्परोव को पराजित किया था। यह एक सेकेंड में शतरंज की 20 करोड़ चालें सोच सकता था।
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